पुस्तक समीक्षा दिनांक 20/11/2021
पुस्तक का नाम –सत्य का प्रयोग एवं आत्मकथा
लेखक-मोहनदास करमचंद गांधी
प्रकाशक का नाम –राजपाल एण्ड संस
स्थान- नई दिल्ली
पुस्तक समीक्षा
पुस्तक सत्य के प्रयोग में गांधी जी के जीवन में घटी सभी महत्व पूर्ण घटनाओं का समावेश किया गया है । पुस्तक में ऐसी घटनाओं को भी स्थान दिया गया जिसका संबंध प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से है । गांधी जी ने अपने जीवन काल की सभी घटनाओं को पुस्तक में लाने का प्रयास किया गया है बचपन की बातें हो,या लंदन में विधार्थी के रूप में किस प्रकार जीवन व्यतीत किया , भारत आने के उपरांत एक बैरिस्टर के रूप में किस प्रकार रहे दक्षिण अफ्रीका की यात्रा का विवरण ,सत्याग्रह की घटना ,देश में साबरमती आश्रम की स्थापना ,चंपारण का आंदोलन ,खेड़ा सत्याग्रह की घटना की घटना ,देश में साबरमती आश्रम की स्थापना ,भारत में खादी का जन्म आदि का विवरण इस पुस्तक में मिलता है । पुस्तक के माध्यम से हमें महात्मा गांधी के उन पहलुओं के बारें में भी जानने का मौका मिलता है जिनसे सभी परिचित नहीं है
पुस्तक के बारें में मेरे विचार
इस पुस्तक को पढ़ने के पश्चात मुझे लगा की किस प्रकार महात्मा गांधी ने देश की आजादी के लिए प्रयत्न किए ,जीवन की सभी सत्य घटनाओं को पुस्तक के माध्यम से सभी को अवगत कराना ,सत्य का आहवान किस प्रकार किया जाता इसके बारें में जाना। मेरे विचार से विदयालय के सभी बिधार्थियों के साथ-साथ शिक्षकों को भी पुस्तक अवश्य पढ़नी चाहिये ।
नोट :-- छात्र-छात्राओं से आशा की जाती है की पुस्तकालयसे ली गई पुस्तकों की पुस्तक समीक्षा लिखकर प्रात: कालीन प्रार्थना सभा के समय इस तरह की पुस्तक समीक्षा पढ़ कर सुनाएँ और सभी विधार्थीयों व शिक्षकों को लाभान्वित करें।
पुस्तकालयअध्यक्ष प्राचार्य श्री पवन सिंह मीना
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